खिलचीपुर: देर रात धीरेंद्र शास्त्री का राजसी स्वागत, कांग्रेस MLA ने धोए पैर, बाबा बोले- अरे पगलों..
Dhirendra Krishna Shashtri: राजगढ़ के खिलचीपुर में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का देर रात करीब एक बजे राजसी ठाठ बाट से स्वागत किया गया. राजमहल को फूलों से सजाया गया, इसके बाद कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री प्रियव्रत सिंह ने बाबा को मकराना के सिंहासन पर बिठाकर चांदी की थाली में उनके पैर धोए गए और चांदी की तलवार भेंट कर आरती उतारी गई. किले के बाहर रात को 3 बजे बाबा की एक झलक पाने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा.
खिलचीपुर में 3 दिवसीय हनुमत कथा के समापन के बाद रात्रि डेढ़ बजे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने काफिले से खिलचीपुर किले पहुंचे, जहां कमलनाथ सरकार में रहे पूर्व ऊर्जा मंत्री राज परिवार के सदस्य प्रियव्रत सिंह ने राजसी ठाटबाट से बाबा का स्वागत किया. शाही अंदाज में मकराना के सिंहासन पर बैठा कर बड़े से चांदी की थाली में बाबा के चरण रख कर चांदी के गंगासागर से चरणों में जल डालकर बाबा के पैर धोए.
बाबा ने कहा, ‘साधु जी आप सब कैसे हो कि घड़ी में रात की बज रही है एक तुम नहीं छोड़ रहे हो, अपनी टेक आप सब खुश रहो आप सभी पर बालाजी की कृपा बनी रहे, हम आप सबके लिए भगवान आराध्य बागेश्वर बालाजी के चरणों में प्रार्थना करते हैं. आप सबका मंगल हो बालाजी की कृपा आप सब पर बनी रहे जुग जुग जियो हनुमान जी की दया हो.’ बाबा किले में रात्रि भोज करने के बाद पुनः वापस लौटते समय बाबा का पुष्प वर्षा की गई.
किले की बालकनी से दर्शन दिए, बोले- पगलों कैसे हो?
बाबा के दर्शन करने के लिए रात्रि 2:30 बजे किले के सामने सैकड़ों लोग जमा हो गए. बाबा किले की दूसरी मंजिल के सज्जे पे आकर नीचे खड़े लोगों को आशीर्वाद देते हुए कहां अरे पागलों कैसे हो. बता दें 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भी हिंदुत्व की राह पकड़ ती देख रही है. अब कांग्रेस के नेता भी हिंदुत्व में रुचि लेते नजर आ रहे हैं. तीन दिवसीय हनुमत कथा सुनने के लिए विधायक प्रियव्रत सिंह तो पहुंचे थे, ब्यावरा कांग्रेसी विधायक रामचंद्र दांगी ब्यावरा पूर्व विधायक पुरुषोत्तम दांगी हनुमान कथा सुनने के लिए पहुंचे थे.
UCC पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- एक देश, एक संविधान, एक कानून
समान नागरिक संहिता (UCC) पर पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बयान का वीडियो गुरुवार को सामने आया है, जिसमें धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है, ‘भारत को एक देश, एक संविधान, एक कानून की जरूरत.’ उन्होंने कहा- जो विरोध कर रहे हैं, वे देश में एकता नहीं चाहते. देश में जब एक कानून होगा तो सामाजिक समरसता भी होगी.’ दरअसल राजगढ़ में तीन दिवसीय हनुमंत कथा के दौरान मीडिया के सवाल पर बुधवार को धीरेन्द्र शास्त्री ने UCC पर यहां बयान दिया है.