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पार्षद के बेटे ने खुद को बताया इंदौर नगर निगम अफसर, फिर की एक करोड़ की धोखाधड़ी, ऐसे दिया झांसा
Indore crime news: मध्यप्रदेश के इंदौर में एक पार्षद के बेटे ने खुद को नगर निगम अफसर बताकर कई लोगों से एक करोड़ रुपए की धोखाधड़ी कर दी. नगर निगम पार्षद का बेटा होने की वजह से उसका अमूमन नगर निगम के ऑफिस में आना-जाना था और कुछ अधिकारी-कर्मचारियों से पहचान भी थी. इसी बात का फायदा उठाकर पार्षद के बेटे ने बड़ा खेल कर दिया.
एमजी रोड थाना क्षेत्र के भाजपा पार्षद के बेटे ने फरियादियों से एक करोड़ की धोखाधड़ी की. नगर निगम के समीप बने एक कॉम्प्लेक्स में दुकानों के आबंटन के नाम पर एक करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की गई. पुलिस द्वारा फरियादी की शिकायत पर आरोपी पर 420 का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने आरोपी को जल्द गिरफ्तार करने की बात कही है.
इस मामले में फरियादी अरविंद और सचिन यादव हैं, जिनकी शिकायत पर आरोपी भरत पांडे निवासी सुभाष नगर के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है. फरियादी ने पुलिस को बताया कि भारत खुद को नगर निगम का अधिकारी बता रहा था और उसने बताया कि उसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत एमजी रोड पर कॉम्प्लेक्स में बनी दुकानों को बेचकर उसे आबंटन करने के लिए नगर निगम में अधिकृत किया है.
पार्षद के बेटे ने ऐसे दिया झांसा
फरियादियों को झांसा देकर मराठी स्कूल में निर्मित कांप्लेक्स पर बुलाया गया और दुकानों को विक्रय करने की बात कही गई. आरोपी ने 76 लाख और 18 लाख का अमाउंट लिया. जब तक फरियादी को यह जानकारी लगी कि आरोपी ने उनके साथ धोखाधड़ी की है तब उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस से की. पुलिस अब आरोपी की तलाश कर रही है. महिला पार्षद के बेटे का नाम भरत पांडे है. उसके पिता इंदौर जिला कोर्ट में अध्यक्ष के पद पर भी रह चुके हैं. फिलहाल पार्षद के बेटे की चर्चा पूरे इंदौर में हो रही है. इसके साथ में पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसके इस कारनामे में क्या अन्य लोग भी शामिल हैं.
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